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समेकित शिक्षा में निहित है दिव्यांग बच्चों का सुनहरा भविष्य

बी आर सी पर नोडल शिक्षकों का 5 दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

मक़सूद जालिब

डिबाई। राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ के निर्देशों पर दिव्यांग बच्चों की शिक्षा में निरंतर सुधार की प्रक्रिया को जारी है। इसी क्रम में परिषदीय विद्यालयों में अध्यनरत विभिन्न दिव्यांगता से ग्रसित बच्चों की शिक्षा में सुधार के लिए विद्यालय के प्रभारी नोडल शिक्षकों को दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए प्रशिक्षित किया गया। दिव्यांग बच्चों की शिक्षा से संबंधित 5-5 दिवसीय प्रशिक्षण दो चरणों में हुआ। प्रशिक्षण में दिव्यांग विद्यार्थियों हेतु शिक्षण की विभिन्न प्रविधियां , कक्षा कक्ष प्रबंधन ,पाठय सहगामी क्रियाएं एवं अधिगम स्तर के लिए सार्वभौमिक अभिकल्प, दिव्यांग बच्चों की शिक्षा में सूचना एवं संप्रेषण तकनीकी, समर्थ मोबाइल / पोर्टल की जानकारी, निदानात्मक शिक्षण एवं इसके क्रियान्वयन के चरण, बुनियादी साक्षरता एवं अंक ज्ञान में सपोर्ट हेतु शिक्षण रणनीतियां, दिव्यांग विद्यार्थियों हेतु प्रोत्साहन सुविधा, एवं अभिभावक परामर्श, होम बेस्ड एजुकेशन, अति गंभीर बच्चों के लिए होम बेस्ड एजुकेशन और विद्यालय सुगम्यता, सर्वेक्षण पर बी आर सी पर गहनता से प्रशिक्षण प्रदान किया गया ।

मास्टर ट्रेनर राज किशोर शर्मा ने बताया यह सभी शिक्षक प्रशिक्षण के बाद अपने-अपने गांव के दिव्यांग बच्चों का प्रवेश अपने विद्यालय में कराकर उनके भविष्य को सुनहरा बनाएंगे। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती हेमलता सिंह ने कहा हम हमारे क्षेत्र का कोई भी दिव्यांग बच्चा शिक्षा की मुख्य धारा से अछूता न रहे, इस प्रशिक्षण में 69 नोडल टीचर सहित कुल 130 अध्यापक, अध्यापिकाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया,यह सभी नोडल शिक्षक स्पेशल एजुकेटर के सहयोग से विकास खण्ड डिबाई के विभिन्न दिव्यांगता से ग्रसित 450 बच्चों को शैक्षिक सपोर्ट करेंगे।

 

प्रशिक्षण के अंतिम दिवस पर मूल्यांकन में प्राथमिक विद्यालय नौदेई बांगर से श्रीमती सविता सिंह (68) प्राथमिक विद्यालय करम-धरम नरोरा से श्रीमती अंजू धाकड़ (67)और प्राथमिक विद्यालय महाराजपुर से श्रीमती अनामिका उपाध्याय (66) ने क्रमशः प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किये । मास्टर ट्रेनर राज किशोर शर्मा ने बताया कि सभी ने प्रशिक्षण पूर्ण मनोयोग से प्राप्त किया । इसके लिए मैं सभी नोडल शिक्षकों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं, और साथ ही आशा करता हूं, कि आप सभी अपने पूर्ण मनोयोग और उत्साह के साथ दिव्यांग बच्चों लिए समर्पित रहकर उनके जीवन में नई उमंग, तरंग और उत्साह के रंग भरेंगे। उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अबसर पर ए आर पी शुभम कुमार, मास्टर ट्रेनर अनामिका शर्मा, अरविंद कुमार उपस्थित रहे।

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