वक़्फ़ संशोधन विधेयक का समर्थन करने पर अपना दल (एस) के विधानसभा अध्यक्ष ने दिया त्यागपत्र
वक़्फ़ संशोधन विधेयक लोकतंत्र के ख़िलाफ़ : आरिफ़ सैफ़ी

बुलंदशहर – मक़सूद जालिब
संसद में वक़्फ़ संशोधन विधेयक का समर्थन करने पर अपना दल एस के विधानसभा (सदर) अध्यक्ष आरिफ सैफी ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने कहा है कि अपना दल के वक़्फ़ संशोधन विधेयक का समर्थन करने से अल्पसंख्यकों के विश्वास को ठेस पहुंची है।
बता दें कि वक़्फ़ संशोधन विधेयक पर अभी तक किसी भी पार्टी के मुस्लिम कार्यकर्ता या नेता ने अपना इस्तीफा नहीं दिया है। इस की पहल करते हुए अपना दल के नेता विधान सभा सदर अध्यक्ष ने अपनी पार्टी द्वारा वक़्फ़ संशोधन विधेयक का संसद में समर्थन करने के विरोध में अपने पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर अनूठी मिसाल कायम की है। आरिफ़ सैफी ने अपने त्याग पत्र में कहा है कि मोदी सरकार के सबका साथ सबका विकास के नारे को यह विधेयक प्रश्नचिन्ह लगाता है। इससे देश की गंगा जमुनी तहज़ीब को ठेस पहुंचेगी और भाईचारे भाईचारे के विकास में समस्याएं पैदा होंगी। आरिफ़ सैफी ने आगे कहा कि वक़्फ़ संशोधन विधेयक संविधान की मूल भावना के विरुद्ध है। इससे समाज में ध्रुव्रीकरण होगा और आपसी नफरत बढ़ेगी। आरिफ़ सैफी ने कहा कि वक़्फ़ संशोधन विधेयक पर जिस तरह विपक्षी पार्टियों ने एकता दिखाई है वह भारतीय लोकतंत्र की धर्म निरपेक्षता को दर्शाता है। उन्होंने आल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के देश व्यापी आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि वक़्फ़ संशोधन विधेयक का विरोध धर्म निरपेक्षता, लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई है। यह न केवल ऐतिहासिक क़दम है बल्कि वक़्फ़ संशोधन को राष्ट्रीय मुद्दा बनाने का भी सफल प्रयास है।