“खेल रही जोगन लटें छिटकाये….”ऐतिहासिक एकादशी मेले का व्यापारी नेता सोनू पाठक ने किया उद्घाटन
-मां काली ने चांदी के खप्पड़ से भक्तों को दिया प्रसाद

गौरव बंसल
जहांगीराबाद। श्री जनता आदर्श रामलीला कमेटी जहांगीराबाद द्वारा आयोजित ऐतिहासिक एकादशी मेले का उद्घाटन व्यापारी नेता सोनू पाठक ने फीता काटकर व मां काली की आरती उतार कर किया। इस मेले में मां काली की भव्य शोभायात्रा विशेष आकर्षण का केंद्र रही। मां काली का जगह-जगह पुष्प बरसा कर भक्तों ने स्वागत किया और मां काली ने भी चांदी के खप्पर से अपने भक्तों को प्रसाद देकर आशीर्वाद दिया। एकादशी मेले में मां काली की शोभायात्रा अध्यक्ष शिवम गुप्ता के नेतृत्व में निकाली गई। वहीं मेले के संयोजक देवेंद्र वार्ष्णेय रहे। मेले की व्यवस्था बनाने में सौरभ विरदी, भारत गोयल, प्रिंस जोशी, रोहित अग्रवाल, मोहित अग्रवाल, लव शर्मा, दक्ष शर्मा, हर्ष शर्मा, सचिन गोयल, हिमांशु गर्ग, रौनक बंसल, राहुल बंसल, सुरजीत सैनी, अनमोल, रवि, कान्हा, वेदांश गोयल, माधव आदि का सहयोग रहा।
रामलीला कमेटी द्वारा पुख्ता बाजार में अतिथियों के लिए बनाई गई भव्य स्टेज पर व्यापारी नेता सोनू पाठक का कमेटी के अध्यक्ष नवीन बंसल व पूर्व अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने पगड़ी व पटाका पहनकर भव्य स्वागत किया। इसके अलावा जयेश अग्रवाल, लव चड्ढा, लटूर सिंह आदि का भी स्वागत किया गया। नन्ना गिरी मंदिर से शुरू हुई मां काली की शोभा यात्रा पुख्ता बाजार होते हुए लाल कुआं होते हुए इंदरमन उस्ताद की समाधि पर पहुंची और वहां से प्राचीन मां बिन्नेर देवी मंदिर पर पहुंचकर मां के चरणों में संपन्न हुई। महाकाली शोभायात्रा को सफल बनाने में दिनेश मलिक, अमरजीत मलिक, शिवराम मलिक, अनुज मलिक, मोहित, ज्ञानी, ऋषभ चौधरी आदि का विशेष सहयोग रहा। मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए व्यापारी नेता सोनू पाठक ने भी पूरे मेले की जमकर तारीफ की और कहा यह हमारी प्राचीन संस्कृति है जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। उन्हें उम्मीद है कि आने वाली पीढ़ी भी इसी प्रकार इन धार्मिक आयोजनों में रुचि लेगी और इस संस्कृति को आगे बढ़ाएगी।
मेले में सीओ अनूपशहर रामकरण सिंह, कोतवाली प्रभारी संजेश कुमार सिंह, कस्बा चौकी प्रभारी दीपक चाहर भारी पुलिस फोर्स के साथ पूरी रात नजर बनाए रहे। पुलिस प्रशासन की देखरेख में पूरा मेला शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हुआ। मां काली का स्वरूप लव शर्मा ने धारण किया और मैकासुर का स्वरूप नितिन कुमार और विनय कुमार ने धारण किया।