एस एम खान साहब का निधन खुर्जा के लिए बड़ी क्षति:::हाजी यासीन कुरेशी
खुर्जा समाजवादी पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष हाजी यासीन कुरेशी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया
इकबाल सैफी
खुर्जा की महान शख्सियत पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे कलाम के प्रेस सचिव रहे
जनाब शहजाद मोहम्मद खान साहब
लंग्स इनफेक्शन हो जाने की वजह से इलाज के लिए मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली में कुछ दिनों से भर्ती थे। जिनका कल शाम लगभग 6:00 बजे उनका इंतकाल हो गया
18 नवंबर 2024, को ज़ौहर की नमाज के बाद रिफ़ाहे आम इंटर कॉलेज (खुर्जा)में नमाज ऐ जनाजा अदा करने के बाद मुरारी नगर (मिलन मैरिज होम) के बराबर उनके पर्सनल कब्रिस्तान में दफ़नाया गया जिसमें कई VIP ने शिरकत की
1982 बैच के आईआईएस अधिकारी शहजाद मोहम्मद खान (गिलज़ई) ने सीबीआई के प्रवक्ता और तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के प्रेस सचिव के रूप में लंबे समय तक काम किया।
शहजाद मोहम्मद खान ने जामिया हमदर्द आवासीय कोचिंग अकादमी के निदेशक के रूप में भी काम किया है और वे सिविल सेवा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को मार्गदर्शन प्रदान किया।
भारत की प्रमुख जांच एजेंसी, केंद्रीय जांच ब्यूरो में अपनी लगभग 13 वर्षों की सेवा के दौरान , खान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में नियमित रूप से दिखाई देने वाली एजेंसी का चेहरा थे, जो उस समय कई हाई-प्रोफाइल मामलों को संभाल रही थी, जिनमें हर्षद मेहता वित्त घोटाला, राजीव गांधी हत्याकांड, बोफोर्स के अलावा अन्य शामिल थे।
एस एम खान ने दो साल तक भारत सरकार के फिल्म महोत्सव निदेशालय (DFF) में निदेशक के रूप में भी काम किया था और प्रतिष्ठित भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का नेतृत्व किया था। DFF के निदेशक के रूप में वे राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए भी जिम्मेदार थे। उन्होंने कान और बर्लिन फिल्म महोत्सव में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया।
खान साहब ने प्रेस सूचना ब्यूरो में महानिदेशक के रूप में भी काम किया है और वर्तमान में वे भारत के प्रेस रजिस्ट्रार के रूप में कार्यरत थे।
अपने अनुभव साझा करते हुए हाजी यासीन कुरैशी ने बताया मेरा इनके परिवार से काफ़ी नजदीकीयाँ रही है मेने शहजाद मोहम्मद खान साहब से कई बार सहायता ली चाहे मेरे मिलने वालों का MBBS का एडमिशन हो या एम्स मैं कई मरीजों को एडमिट कराना व खुर्जा वालों की सभी सिफारिश ख़ुशी ख़ुशी किया करते थे उनके आवास से कभी कोई निराश नहीं आता था उनकी पहचान खुश अख़्लाक, मिलनसार,रहम दिल, गरीब परवर और सभी धर्म जाति के लोगों के लिए काम आने वाले शख्स के रूप हमेशा की जाएगी एस एम खान साहब की कमी को तो पूरा नहीं किया जा सकता आप हमेशा हमारे दिलों में रहोग अल्लाह उनकी मगफिरत फरमाए हम इस बड़ी क्षति व इस
दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ है