बस में छुटे मासूम बच्चे को कडी मशक्कत के बाद परिजनों से मिलाया, बोले थैंक्यू इंस्पेक्टर दीदी
बस में छुटे मासूम बच्चे को कडी मशक्कत के बाद परिजनों से मिलाया, बोले थैंक्यू इंस्पेक्टर दीदी

कासिम अहमद
बुलंदशहर: 5 साल के अबोध मासूम बच्चे को महिला थाने की कोतवाल ने कड़ी मशक्कत के बाद परिवार से मिला दिया। अपने मासूम बच्चे को सकुशल देखकर परिजनों की आंखें नम हो गई। बच्चे को देखकर परिजन बोले थैंक्यू पुलिस दीदी। आपके सहयोग से मेरा बच्चा बरामद हो गया। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
बता दे की रविवार की देर शाम महिला थाने की कोतवाल रजनी वर्मा पुलिस बल के साथ पैदल गश्त कर रही थी। तभी कोतवाल रजनी वर्मा की नजर काफी परेशान स्थिति में रोते बिलखते कसेरू बक्सर थाना मवाना जनपद मेरठ निवासी विष्णु पाल पुत्र खचेडु सिंह पर पड़ी। पूछने पर पता चला की उनका 5 वर्षीय मासूम पुत्र मनीष मेरठ को जाने वाली किसी बस में बैठकर चला गया। जिस कारण उनका मासूम पुत्र अपनों से बिछड़ गया है। उसके बाद महिला थाने की कोतवाल रजनी वर्मा तत्काल पीड़ित को अपनी सरकारी गाड़ी में बैठाकर मेरठ को जाने वाली बसों के रूट पर मासूम मनीष की तलाश के लिए निकल गई। और करीब 20 किलो मीटर तक कड़ी मशक्कत कर कई बसों मे तलाश करते हुए गुलावठी थाना क्षेत्र की मिठ्ठेपुर पुलिस चौकी के निकट से एक रोडवेज बस से मासूम मनीष को बरामद कर लिया। कोतवाल रजनी वर्मा ने मासूम मनीष को अपनी गोद में लिया और परिजनों के सुपुर्द कर दिया। अपनी बच्चे को सेकुशल देख परिजनों की आंखें नम हो गई। बच्चे को देखते ही पिता ने उसे अपने गले से लगा लिया। और मासूम बच्चे को सेकुशल देखकर परिजनों ने महिला कोतवाल को थैंक्यू पुलिस दीदी बोला। महिला थाने की कोतवाल रजनी वर्मा ने बताया कि मासूम मनीष को परिजनों के हवाले कर दिया गया है।